2025 में EV Sales in India का नया मुकाम: India में Battery Electric Vehicles का दबदबा, जानिए पूरी रिपोर्ट
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) की कहानी अब सिर्फ बदलाव की नहीं, बल्कि एक नई क्रांति की बन चुकी है। साल 2025 में EV sales in India में 40% की जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई है। अगर आप भी EVs के भविष्य को लेकर उत्साहित हैं, तो ये रिपोर्ट आपके लिए बेहद खास है। देश की सड़कों पर धुएं की जगह हरियाली का सफर तेज़ी से बढ़ रहा है — और ये बदलाव सिर्फ पर्यावरण ही नहीं, टेक्नोलॉजी और इकोनॉमी के लिए भी एक नया अध्याय खोल रहा है।

EV Market 2025 in India: जबरदस्त उछाल की तैयारी
एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में EV sales in India लगभग 1,38,606 यूनिट्स तक पहुंचने की संभावना है, जो कि 2024 के 99,004 यूनिट्स के मुकाबले करीब 40% अधिक है। इस ग्रोथ को मुख्य रूप से Battery Electric Vehicles (BEVs) का समर्थन मिल रहा है, जो भारतीय EV बाजार में अगले कुछ वर्षों तक अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
हालांकि, Plug-in Hybrid Electric Vehicles (PHEVs) का शेयर सिर्फ 0.1% तक सीमित रहने का अनुमान है, और Fuel Cell Electric Vehicles (FCEVs) अभी तक भारतीय बाज़ार में प्रवेश नहीं कर पाए हैं।
EV Growth Drivers: SUV और Sub-Compact SUV की भूमिका
रिपोर्ट में बताया गया है कि SUV और सब-कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट EV बिक्री के प्रमुख ड्राइवर बनकर उभरे हैं। 2024 में Tata Punch, Tata Tiago EV, Tata Nexon EV, MG Comet EV और MG Windsor जैसी गाड़ियों ने सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की है।
Tata Motors EV segment में सबसे आगे रही, उसके बाद JSW MG Motor India, Mahindra & Mahindra, BYD India, और PCA India (Citroen) ने टॉप 5 में जगह बनाई।
EV Sales Projection Table (2024-2030)
वर्ष | अनुमानित EV बिक्री (यूनिट्स में) | वृद्धि दर (%) |
---|---|---|
2024 | 99,004 | – |
2025 | 1,38,606 | 40% |
2030 | 7,00,000 (अनुमानित) | ~405% (2024 से) |

Government Support: EV Revolution का असली हीरो
भारत में EV ecosystem को मजबूती देने में सरकारी योजनाओं की भूमिका बेहद अहम रही है।
- FAME I (2015) – ₹795 करोड़ का बजट लेकर EVs के प्रारंभिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुआ।
- FAME II (2019) – ₹11,500 करोड़ का निवेश EVs को मुख्यधारा में लाने के लिए।
- PLI Scheme (2021) – ₹44,000 करोड़ का बजट लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए।
- PM eBus Sewa और PM eDrive Yojana – पब्लिक ट्रांसपोर्ट में EVs को शामिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम।
सरकार अब सिर्फ कार नहीं, बल्कि e2W (Electric 2-Wheelers), e3W (Electric 3-Wheelers), eBuses और Charging Infrastructure पर भी ध्यान दे रही है।
Charging Infrastructure in India: कितनी है तैयारी?
आज की तारीख़ में भारत में 25,500+ सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन हैं, जिनमें लगभग 60,000 चार्जिंग कनेक्टर्स मौजूद हैं।
राज्य | EV चार्जर्स की संख्या (अनुमानित) |
---|---|
कर्नाटक | सर्वाधिक |
महाराष्ट्र | उच्च |
दिल्ली | मजबूत नेटवर्क |
तमिलनाडु | तेजी से बढ़ता नेटवर्क |
2030 तक हर 5 EVs पर कम-से-कम एक चार्जिंग कनेक्टर की आवश्यकता होगी, इसलिए EV चार्जिंग नेटवर्क को और भी सशक्त बनाने की योजना है।
EV Manufacturing in India: चुनौतियां और संभावनाएं
भारतीय EV मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के सामने कुछ गंभीर चुनौतियां भी हैं:
- Lithium, Nickel, Cobalt जैसे बैटरी रॉ मटेरियल्स पर भारी आयात निर्भरता।
- भारत में अभी भी सेल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता सीमित है।
- बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए चीन, जापान और कोरिया पर उच्च निर्भरता।
Future of EV Technologies in India
EV बाजार में आने वाले वर्षों में कुछ बेहद इनोवेटिव तकनीकों के आने की उम्मीद है:
- Battery Recycling सिस्टम्स
- Advanced Power Electronics
- 800V Architecture
- Vehicle-to-Grid Integration
- Battery Swapping Systems
- Inductive (Wireless) Charging
- Range Extenders और Ethanol + Battery Hybrid Fuel Solutions
EV Competition: कौन है मैदान में?
तीन प्रमुख कंपनियां — Tata Motors, Mahindra & Mahindra, और MG Motor India — EV बाजार में अलग-अलग बिज़नेस मॉडल के साथ मैदान में हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले वर्षों में autonomous fleets का संचालन गेटेड कम्युनिटीज़ में देखने को मिल सकता है, वहीं driver-assist features की एंट्री प्रीमियम सेगमेंट में पहले होगी।
EV Adoption in India: जन भावना और टेक्नोलॉजी का संगम
भारत में EVs को लेकर अब नज़रिया बदल चुका है। एक समय था जब EVs को एक विकल्प के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब ये एक समर्थ, पर्यावरण-अनुकूल और स्मार्ट निर्णय बन चुका है। लोगों की जागरूकता, सरकारी मदद और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन मिलकर EVs को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
निष्कर्ष: EVs का भविष्य उज्ज्वल है
भारत की EV यात्रा अब किसी स्वप्न जैसी नहीं, बल्कि एक सुनियोजित और क्रियाशील योजना बन चुकी है। 2025 में EV Sales in India में 40% वृद्धि की भविष्यवाणी इस बात का प्रमाण है कि भारत पर्यावरण संरक्षण, टेक्नोलॉजी और आर्थिक विकास के रास्ते पर मजबूती से चल पड़ा है। बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स आने वाले समय में न केवल व्यक्तिगत परिवहन, बल्कि सार्वजनिक परिवहन का भी प्रमुख आधार बनेंगे।
Disclaimer:
यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रिपोर्ट और डेटा आधारित है। इसमें दी गई जानकारी को उच्चतम सतर्कता और सटीकता के साथ तैयार किया गया है, फिर भी यह किसी कानूनी या निवेश सलाह का स्थान नहीं लेती। इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित निर्णय लेते समय विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।